यह खून की गर्मी है या फिर चंबल के पानी की तासीर, जो यहां के लोग बात-बात पर एक दूसरे का सिर्फ फोड़ डालते हैं

यमुना और चंबल के बीहड़ों के लिए पहचाने जाने वाले बाह और पिनाहट के क्षेत्र में इसे खून की गर्मी कहें या फिर चंबल के पानी की तासीर, जो यहां के लोगों का गुस्सा बात-बात पर फूट पड़ता है। जरा सी बात के लिए लोग एक दूसरे का सिर फोड़ डालते हैं।

Oct 16, 2024 - 14:17
Oct 16, 2024 - 14:19
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यह खून की गर्मी है या फिर चंबल के पानी की तासीर, जो यहां के लोग बात-बात पर एक दूसरे का सिर्फ फोड़ डालते हैं

नीरज परिहार 
पिनाहट। चंबल की वादियों में ऐसे ऐसे बागी पैदा हुए जिन्होंने तत्कालीन सरकारों को हिलाकर रख दिया था। उस समय के बागी, जिन्हें लोग दस्यु सम्राट के नाम से भी जानते हैं, उनमें भी ज्यादातर ने छोटी छोटी बातों पर बंदूक उठा ली थी। 

अब इस क्षेत्र में न कोई बागी है और न कोई गिरोह, लेकिन बागियों जैसा गुस्सा आज भी यहां के लोगों में दिखता है। ऐसी मामूली बातें जो आलस में बैठकर निपटाई जा सकती हैं, उनके लिए लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाते हैं।

पिछले एक सप्ताह की घटनाओं पर ही नजर डालें तो पता चलता है कि यहां के लोग शायद लड़ने के लिए ही तैयार बैठे रहते हैं।
पिछले सप्ताह चित्राहट थाना क्षेत्र के कचौरा घाट पुल से एक विवाहिता, एक किशोर और कुछ समय पहले एक अन्य व्यक्ति ने यमुना में छलांग लगा दी थी। यह भी अपनों को लेकर गुस्सा ही था, जिसने इन तीनों से आत्मघाती कदम उठवाया।

थाना बसई अरेला के एक गांव में खेत के बंटवारे में एक ही परिवार के लोग आपा खो बैठे। आपसी संघर्ष में एक पक्ष ने अपने ही परिवार के दूसरे पक्ष पर हमला बोल दिया। महिला सहित तीन लोगों को लहूलुहान कर दिया। बसई अरेला के ही बीघापुरा में मेड़ काटने का विरोध करने पर दूसरे पक्ष ने तीन लोगों के सिर फोड़ दिए।

इसी तरह थाना पिनाहट के मनोना में एक पक्ष ने दूसरे का जबरन खेत जोत डाला। झगड़े के हालात बन गए। पिनाहट के ही मोहल्ला मार्ग के एक घर में युवाओं का एक ग्रुप एक युवक की तलाश में जा घुसा। युवक नहीं मिला तो उसकी मां को ही पीट दिया।

कल की ही एक घटना को लीजिए। थाना पिनाहट क्षेत्र के गांव लालपुरा में घूरे को लेकर दो पक्ष भिड़ गए। पहले कहासुनी हुई और फिर गाली गलौज। देखते ही देखते एक पक्ष के लाठी डंडे निकल आए। विवाद गौतम और छविराम पक्ष में था।  गौतम पक्ष ने थाने में  शिकायत क्यों की, बस इसी बात पर छविराम पक्ष आक्रामक हो उठा। अभिषेक, रश्मि, अश्विन लाठी डंडों से प्रहार कर गौतम पक्ष के सर्वेश (15) पुत्र गौतम, उर्मिला (17) पुत्री गौतम, नारायणी देवी (60 वर्ष) पत्नी बटेश्वरी को घायल कर दिया।

ऐसी ही घटना पिढौरा थाने के गुंजनपुरा गांव में हुई जहां बच्चे के एक्सीडेंट की शिकायत करने गए परिवार के साथ दबंगों ने लाठी डंडों से मारपीट कर दी। इसमें पीड़ित परिवार की एक महिला समेत तीन लोग हुए घायल हैं।

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SP_Singh AURGURU Editor