महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगा दो नहीं तो आगरा किला घेर लेंगे
आगरा। अखिल भारतीय जाट महासभा के तत्वावधान में आज भरतपुर रियासत के अजेय योद्धा महाराजा सूरजमल का 261 वां बलिदान दिवस मनाया गया। साथ ही ऐलान किया यदि तीन माह में आगरा किले के सामने महाराजा सूरजमल की प्रतिमा नहीं लगी तो किले का घेराव कर लिया जाएगा।
-जाट महासभा ने दी आंदोलन की चेतावनी, 261वें बलिदान दिवस पर किया अजेय योद्धा महाराजा सूरजमल का भावपूर्ण स्मरण
शास्त्रीपुरम स्थिति मानसिंह पैलेस में आयोजित बलिदान दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष कप्तान सिंह चाहर ने की तथा संचालन जिला महामंत्री वीरेन्द्र सिंह छौंकर ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष कप्तान सिंह चाहर ने कहा कि महाराजा सूरजमल ने आगरा को 681 वर्ष की गुलामी और अत्याचार के बाद 12 जून 1761 को आगरा किले पर कब्जा कर मुगलों के अत्याचार से आगरा सहित ब्रज क्षेत्र की जनता को मुक्ति दिलाने का काम किया था।
भरतपुर रियासत का 14 वर्ष तक आगरा किले पर शासन रहा। लेकिन दुर्भाग्य का विषय है कि सरकार ऐसे वीर योद्धा की लगातार उपेक्षा कर जाट समाज को अपमानित करने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि एक वर्ष पूर्व महासभा के मांग पत्र पर महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने आगरा किले के समक्ष महाराजा सूरजमल की भव्य अश्वारोही प्रतिमा लगवाने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज एक वर्ष से अधिक समय हो गया, कोई कार्यवाही अमल में नहीं लायी गयी है। यह सरासर महाराजा का अपमान है।
महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुंवर शैलराज सिंह एडवोकेट ने बताया कि आगरा में अपने शासनकाल के दौरान भरतपुर के राजाओं ने जनता के हित में अनेक कार्य कराए थे। इसलिए महाराजा सूरजमल की प्रतिमा आगरा किले समक्ष स्थापित करना आगरा की जिम्मेवारी में आता है। यदि तीन माह के अन्दर प्रतिमा स्थापित नहीं की गई तो महासभा आंदोलन को बाध्य होगी।
महासभा के संरक्षक पूर्व ब्लाक प्रमुख मान सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जयप्रकाश चाहर, उपाध्यक्ष चौ नवल सिंह व भूपेन्द्र सिंह राणा व चौ. गुलवीर सिंह, किसान संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन सिंह चाहर, पूर्व जिला पंचायत सदस्य अरविंद चाहर आदि ने संयुक्त रूप से कहा कि यदि तीन माह के अंदर लाल किले के समक्ष प्रतिमा स्थापित नहीं की गई तो महासभा आगरा किले का घेराव करेगी।
युवा जाट महासभा के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र चौधरी व उपाध्यक्ष लखन चौधरी ने कहा कि समाज के हजारों युवा आगरा किले को घेर लेंगे, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। महाराजा सूरजमल का अपमान अब बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाराजा सूरजमल के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया। बलिदान दिवस पर हुए इस कार्यक्रम में जाट समाज पत्रिका के सम्पादक राजेन्द्र फौजदार, चौ. रामवीर सिंह, डॉ. यदुवीर सिंह चाहर, सुभाष प्रधान,सत्यवीर रावत, नेपाल राना, चौ ओमप्रकाश, राधेश्याम मुखिया जी, गुड्डा प्रधान, पवन फौजदार, जल सिंह फौजी, महावीर सिंह, डॉ सुनील फौजदार,लाखन सिंह,डा सुनील फौजदार, विनीत छौंकर,चौधरी सुरजीत सिंह,डाक्टर जगपाल सिंह सिरोही, हरीशंकर चौधरी, सतीश छौंकर, सौरभ चौधरी,मुकेश छौंकर, रूपेंद्र छौंकर, जितेन्द्र कुन्तल, मनीष चौधरी आदि ने भी संबोधित किया।
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