बीज के आलू की फसल में ब्रिप्स का प्रकोप
आगरा। केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान के मोदीपुरम (मेरठ) स्थित क्षेत्रीय केंद्र की एक टीम को आगरा के सींगना में स्थित राजकीय आलू प्रक्षेत्र में बोई गई बीज के आलू की फसल में ब्रिप्स का प्रकोप देखने को मिला है। ब्रिप्स आलू की फसल में लगने वाली एक बीमारी है, जिससे उत्पादन पर विपरीत असर पड़ता है।
-सींगरा स्थित राजकीय आलू क्षेत्र की फसल का निरीक्षण करने आई थी केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान की टीम
राजकीय आलू प्रक्षेत्र सींगना में कुफरी ख्याति, कुफरी पुखराज, कुफरी बहार, कुफरी मोहन एवं कुफरी गंगा आदि किस्म के आलू बीज की फसल खड़ी हुई है। आलू अनुसंधान संस्थान की आलू समिति के सदस्यों ने अध्यक्ष आरके सिंह के नेतृत्व में सींगना प्रक्षेत्र के निरीक्षण में पाया कि बीज के आलू की फसल में ब्रिप्स का प्रकोप आ चुका है। आलू के पौधे के तनों पर नेकरोसिस के लक्षण भी हैं, जो स्टेम नेक्रोसिस विषाणु जैसे प्रतीत हो रहे थे।
सामान्यतः ब्रिप्स स्टेम नेक्रोसिस विषाणु वाहक के रूप में कार्य करते हैं। कुफरी बहार प्रजाति में ब्रिप्स का हल्का सा असर देखने को मिला। ब्रिप्स अधिक तापमान और कम नमी वाले खेतों में पाए जाते हैं। आलू समिति के सदस्यो ने सलाह दी कि ब्रिप्स एवं अन्य कीड़ों का प्रकोप कम करने के लिए खरपतवारों पर नियंत्रण करें।
आलू समिति की टीम के इस दौरे में उद्यान उप निदेशक डीपी सिंह यादव भी साथ रहे।
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