आगरा में ननद-भाभी में द्वंद्वयुद्ध तो मां-बाप और बेटे के बीच चलीं लाठियां
आगरा। थाना बाह के केंद्रपुरा खोड़ गांव में एक ही परिवार के अंदर छोटी सी बात पर संघर्ष हो गया। इस संघर्ष में ननद और भाभी के बीच जहां द्वंद्व युद्ध हुआ तो दूसरी तरफ बेटी के साथ खड़े मां और बाप अपने ही बेटे पर लाठियां बरसाते दिखे। बेटा अपनी पत्नी को बचाने के लिए जूझता दिखा। एक स्थिति ऐसी भी आती है जब ननद-भाभी और बाप-बेटे के बीच लाठियां भी चलती हैं अपनों को ही गुत्मगुत्था देख परिवार का छोटा सा बालक इधर-उधर दौड़ता दिखता है।

इस घटना का एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। विवाद की वजह गेहूं के खेत में सिंचाई न करना है। संभवतः परिवार अपनी बहू से शिकायत कर रहा है कि उसने फसल में सिंचाई नहीं की। वीडियो में देखा जा सकता है कि फसल में सिंचाई को लेकर ननद और भाभी के बीच बहस होती देखी जा सकती है। इसके बाद भाभी दौड़ती हुई ननद के पास पहुंचती है। इसके बाद ये दोनों महिलाएं गुत्मगुत्था हो जाती हैं। दोनों महिलाओं के बीच इस द्वंद्वयुद्ध में ननद के पक्ष में उसके माता-पिता भी लाठियां लेकर पहुंच जाते हैं।
मां-बाप लाठियों से बहू पर प्रहार कर अपनी बेटी को छुड़ाने का प्रयास कर रहे हैं। यह देख महिला का पति अपनी पत्नी के ऊपर झुककर उसे बचाने की कोशिश करता है। लाठी लेकर खड़ी मां इसे इस रूप में देखती है कि उनका बेटा अपनी द्वंद्व में अपनी पत्नी की मदद कर रहा है। इस पर मां अपने बेटे के सिर पर लाठी मारती है तो बेटा कराह उठता है। द्वंद्वयुद्ध में भाभी नीचे है जबकि ननद ऊपर, लेकिन भाभी ने ननद को बुरी तरह जकड़ रखा है। ननद बार-बार चिल्लाकर कह रही है, पिताजी देउ (मतलब पिताजी लाठी से प्रहार करो)।
मां-बाप अपनी बहू को लाठियां मारने की कोशिश करते हैं तो महिला का पति उठता है और पहले तो अपने पिता और फिर मां के हाथ से लाठियां छीन लेता है। पति इसके बाद अपनी पत्नी को बहन के चंगुल से छुड़ाने के बहन की की पीठ पर चढ़ जाता है और पैरों से उसे दबाता है तो पिता अपने बेटे को लाठी से मारता है। फिर बाप-बेटे के बीच खींचतान होने लगती है। इसके बाद माता-पिता और बेटा तीनों ही कोशिश करते हैं कि गुत्मगुत्था हो रहीं ननद-भाभी को छुड़ाया जाए। इसमें भी मां-बाप बेटी तो बेटा अपनी पत्नी को बचाता दिखता है।
उधर दोनों महिलाएं हैं कि एक-दूसरे को छोड़ ही नहीं रहीं। इसके बाद बेटा अपनी बहन को बाल पकड़कर खींचते हुए एक ओर ले जाता है और उसकी पत्नी बहन के चंगुल से मुक्त हो जाती है। बहन को जब भाई बाल पकड़कर घसीटता है तो मां-बाप एक बार फिर लाठी से बेटे पर प्रहार करते हैं। उधर सास एक बार लाठी लेकर बहू की ओर बढ़ती है, लेकिन बहू चौकन्नी थी। वह उठ खड़ी होती है और फिर एक तरफ सास-बहू तथा दूसरी तरफ बहन और भाई के बीच जमकर लाठियां चलती हैं। बेटा एक तरफ बहन से मुकाबला कर रहा है तो दूसरी तरफ अपनी मां की लाठी प्रहार से पत्नी का बचाव भी कर रहा है।
इसके बाद युवक और उसकी पत्नी खेत की एक मेड़ की ओर भागते हैं। इनके पीछे इनका एक छोटा सा बच्चा भी दौड़ते हुआ आता है। पीछे-पीछे ननद भी दौड़ती हुई आती है और एक फिर अपनी भाभी से भिड़ जाती है। एक बार दोनों में मारपीट होने लगती है। पति फिर अपनी पत्नी को बचाता है, तभी उसके पिता आकर लाठी से प्रहार करने लगते हैं। इस पर युवक अपने पिता को भी लठिया देता है। अब मेड़ पर एक ओर पति-पत्नी तथा दूसरी ओर मां-बाप और उनकी बेटी खड़े थे। सभी के हाथों में लाठियां थीं।
इस संघर्ष के दौरान सास और बहू की साड़ियां उतर गई थीं। संभवतः यह संघर्ष गांव के बाहर खेतों का है, इसलिए इस घटनाक्रम का चश्मदीद एक युवक ही दिख रहा है जो दोनों ही पक्षों को कोस रहा है। इस संघर्ष में परिवार की बहू के चेहरे पर खून बहता दिख रहा है।