शिक्षा का महत्व समझना है तो टीचिंग वाली अम्माजी से मिलो, लीडर्स आगरा ने किया अभिनंदन

आगरा। लोगों ने उन्हें टीचिंग वाली अम्मा नाम दिया हुआ है। 22 साल पहले उन्हें भले ही सरकार ने सेवानिवृत कर दिया था, लेकिन वे आज भी टीचिंग से जुड़ी हुई हैं। ज्ञान बांटने से बढ़ता है, यही उनका मूल मंत्र है। इन्हीं टीचिंग वाली अम्मा को आज लीडर्स ग्रुप ने सम्मान प्रदान किया तो सम्मानित करने वाले लोग ही स्वयं को सम्मानित महसूस कर रहे थे।

Sep 1, 2024 - 21:05
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शिक्षा का महत्व समझना है तो टीचिंग वाली अम्माजी से मिलो, लीडर्स आगरा ने किया अभिनंदन

82 वर्ष की आयु में भी शिक्षा के प्रति जन जागरण कर रही हैं ज्ञानवती कुलश्रेष्ठ। वे बच्चों को ही नहीं, प्रौढ़ों को भी निशुल्क शिक्षा प्रदान करती हैं। आप सिंगारीबाई इंटर कालेज में अध्यापिका रही हैं।

 लीडर्स आगरा एवं तपन फाउंडेशन ने " चलें, शहर को समर्पित बुजुर्ग विभूतियों के घर, उनका अभिनन्दन एवं चरण वंदन करने " कार्यक्रम में  अशोक नगर स्थित सोनी अपार्टमेंट में जाकर टीचिंग वाली अम्माजी का अभिनन्दन किया। उन्हें सुनील जैन, हरिकांत शर्मा, सुनील बग्गा ने शाल ओढ़ा कर माला पहनाई।

 संयोजक आदर्श नंदन गुप्ता, दीपक वर्मा, सतीश शर्मा ने  प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। राजीव सिंघल, डॉ ज्योति बुद्धिराजा, आयुषी गुप्ता और राहुल जैन ने उन्हें "तपन सम्मान "से अलंकृत किया गया | 

लीडर्स आगरा के महामंत्री व पूर्व पार्षद सुनील जैन ने बताया कि ईमानदारी के साथ अपनी जीवन यापन करने वाली अम्माा जी  द्वारा शिक्षित बच्चों में से कई तो उच्च पदों पर हैं। 
ज्ञानवती कुलश्रेष्ठ का कहना है कि धन तो किसी का भी छीना जा सकता है लेकिन शिक्षा ही एक ऐसा धन है, जिसे कोई छीन नहीं सकता। शिक्षा ही उस चरित्र का विकास करती है, जिस पर भारत का भविष्य टिका हुआ है। 

अम्माजी का कहना है कि शिक्षा और संस्कार से ही हमारा देश विश्व गुरू बनता जा रहा है। इसलिए शिक्षा के अभियान को सरकार को ही नहीं, प्रत्येक समाज को, परिवार को संचालित करना चाहिए। कभी भी अशिक्षा का अंधेरा नहीं रहना चाहिए। प्रत्येक शिक्षित व्यक्ति को, निरक्षर लोगो को शिक्षा देने के यत्न करने चाहिए।

 आजकल वे व्यावहारिक शिक्षा भी दे रही हैं। उनका कहना है कि युवतियों को अवश्य शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए, क्योंकि एक बालिका के पढ़ने से दो परिवार सुसंस्कृत होते हैं।

 कार्यक्रम में सुनील जैन, मनोज कुलश्रेष्ठ, राजीव सिंघल, सतीश शर्मा, हरिकांत शर्मा, सुनील बग्गा, मेहरवान खान, दीपक वर्मा, डॉ ज्योति बुद्धिराजा, आयुषी गुप्ता, राहुल जैन, हिमांशु सक्सेना, राजू सविता, एम. एस चौहान आदि मौजूद  थे।

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