सोलर प्लांट से पैदा बिजली बची तो टोरंट पॊवर को बेच देगा नगर निगम
आगरा। नगर निगम शहर में जो चार सोलर पॊवर प्लांट स्थापित करने जा रहा है, उनसे पैदा होने 7.5 मेगावाट बिजली को अपने उपयोग में लाएगा। अगर इसके बाद भी बिजली बचती है तो वह टोरंट पॊवर को दे दी जाएगी, जिसका समायोजन टोरंट पॊवर के स्ट्रीट लाइट वाले बिल में हो जाएगा।
ये चारों सोलर पॊवर प्लांट नगर निगम को बॊन्ड के जरिए प्राप्त होने वाली धनराशि से स्थापित किए जाएंगे। सबसे बड़ा सोलर प्लांट छलेसर का एमएसडब्लू प्लांट होगा, जिससे 4.0 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। दूसरा बड़ा प्लांट कान्हा गौशाला पर 2.0 मेगावाट का लगाया जाएगा। नगर निगम की यह गौशाला काफी बड़ी है। इस सोलर प्लांट के लगने के बाद यहां की बिजली आपूर्ति के लिए निगम को टोरंट पॊवर पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
शहर के जीवनी मंडी और कैलाश रोड पर स्थित दोनों जल संस्थानों पर 750-750 किलोवाट के सोलर प्लांट लगाए जाने हैं। कुल 7.5 मेगावाट के चारों सोलर संयंत्रों की स्थापना से एक ओर राज्य सरकार के सोलर संयंत्रों को बढ़ावा देने की मुहिम में सहायता मिलेगी, दूसरी ओर नगर निगम पर साढ़े सात मेगावाट का विद्युत भार कम हो जाएगा।
नगर निगम ने अपनी जरूरतों के हिसाब से ही चारों स्थानों पर सोलर प्लांट लगाने का निर्णय लिया है। चारों स्थानों की जरूरतें पूरी होने के बाद अगर अतिरिक्त बिजली शेष रही तो उसे टोरंट पॊवर को दे दिया जाएगा। इससे नगर निगम के स्ट्रीट लाइट के बिल में कमी आएगी।
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