नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया-राहुल पर ईडी ने दाखिल की चार्जशीट
नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित आरोपों को लेकर चार्जशीट दाखिल कर दी है। यह आरोपपत्र दिल्ली की एक विशेष अदालत में पेश किया गया है, जिसने अब इस मामले की सुनवाई के लिए 25 अप्रैल की तिथि निर्धारित की है।

चार्जशीट में सोनिया और राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुमन दुबे और सैम पित्रोदा के नाम भी शामिल हैं। इन सभी पर यंग इंडियन लिमिटेड के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की संपत्तियों के हस्तांतरण में अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं।
क्या है नेशनल हेराल्ड मामला?
यह मामला एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) से जुड़ा है, जो कभी कांग्रेस पार्टी से जुड़ा हुआ समाचार पत्र ‘नेशनल हेराल्ड’ प्रकाशित करता था। कांग्रेस पार्टी ने AJL को ₹90 करोड़ का ब्याज रहित ऋण दिया था। बाद में यह कंपनी ‘यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड’ को सौंप दी गई, जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी की संयुक्त रूप से 76% हिस्सेदारी है।
ईडी का आरोप है कि यंग इंडियन के माध्यम से AJL की संपत्तियों का स्वामित्व प्राप्त किया गया, जिनकी कीमत ₹2000 करोड़ से अधिक बताई जाती है। प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि यह पूरी प्रक्रिया मनी लॉन्ड्रिंग के दायरे में आती है और इसी आधार पर आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।
कांग्रेस बोली- यह बदले की भावना से कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय की इस कार्रवाई को कांग्रेस ने राजनीतिक बदले की भावना बताया है। पार्टी प्रवक्ताओं का कहना है कि यह भाजपा सरकार की ओर से विपक्ष को दबाने का प्रयास है, जबकि ईडी का कहना है कि उसने पुख्ता सबूतों के आधार पर कानूनी प्रक्रिया अपनाई है।