कैलाश पर 45 मीटर का घाट बन चुका, डीएम ने देखा
आगरा। जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी ने यमुना नदी के किनारे स्थित प्राचीनतम शिवालय कैलाश मन्दिर में पर्यटन विभाग द्वारा कराये जा रहे सौन्दर्यीकरण के कार्यों का निरीक्षण करते हुए निर्देश दिए कि सभी कार्य बाढ को ध्यान में रखकर कराए जाएं। साथ ही उन्होंने दुकानदारों से पॉलीथिन का प्रयोग पूर्णत: बंद करने को कहा।
-जिलाधिकारी ने किया विकास कार्यों का निरीक्षण, दुकानदारों और श्रद्धालुओं से पॉलीथिन का प्रयोग न करने का किया आव्हान
निरीक्षण के दौरान पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने डीएम को बताया कि कैलाश मन्दिर के सौन्दर्यीकरण का कार्य तीन चरणों में पूर्ण किया जाएगा। प्रथम चरण के 411.12 लाख रुपये की लागत से राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर मुख्य द्वार का निर्माण तथा 45 मीटर घाट का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है। द्वितीय चरण में करोड़ 26 लाख की लागत से घाट का निर्माण कार्य, भण्डार गृह, पाथवे, नाली विद् कवर, यमुना दर्शन स्थल, सोलर पावर सिस्टम तथा स्टोन बैंच का निर्माण कार्य कराया जाएगा, जिसके लिये टेण्डर प्रक्रिया की जा रही है।
साथ ही डीएम को बताया गया कि अन्तिम चरण में पदयात्रा मार्ग, पार्किंग, तीर्थयात्री सुविधा क्षेत्र, इलेक्ट्रॉनिक वाहन चार्जिंग जोन, मार्ग के साइनेज और विद्युतीकरण, यात्री शेड, टॉयलेट ब्लॉक, पीने का पानी कियोस्क, नगर पालिका शौचालय ब्लॉक का उन्नयन, प्रवेश द्वार व स्तंभ तथा कैलाश ग्राम में सड़कों का विकास कार्य कराया जाएगा।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सौन्दर्यीकरण के कार्यों में गुणवत्ता तथा मानकों का विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही साथ बाढ़ की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए निर्माण कार्य को पूर्ण कराया जाए। ताकि आमजन को उन दिनों में भी किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने मन्दिर परिसर के आस-पास प्लास्टिक के प्रयोग न करने हेतु दुकानदारों व श्रद्धालुओं से अपील की। उन्होंने कहा कि वह किसी भी प्रकार की प्लास्टिक अथवा प्लास्टिक के बनें उत्पादों का प्रयोग न करें, क्योंकि इससे पर्यावरण के नुकसान के साथ साथ मानव जीवन व अन्य जीवों के जीवन पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है।
निरीक्षण के दौरान कैलाश मन्दिर के महंत निर्मल गिरी, पर्यटन विभाग व कार्यदायी संस्था के अधिकारीगण आदि उपस्थित रहे।
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